लेखनी कहानी -29-Nov-2022
तस्वीर
गुजरे हुए पलो का अहसास कराती हैं तस्वीर
आए जो अपनो की याद मरहम लगाती हैं तस्वीर
आज को कल से कल को आज से रुबरू कराती हैं तस्वीर
कुछ खट्टी कुछ मीठी यादो का तोहफा कहो
या कुछ मुलाकातो का पिटारा
ये तस्वीर ही हैं जो जीवन्त रखती हैं अहसास हमारा
खामोश रह सब कुछ कह देती हैं
यादों को हमारी तरो ताजा कर देती हैं
कभी रुलाती तो कभी हँसाती हैं तस्वीर
ये तस्वीर कभी झूठ नहीं बोलती
कभी किसी का दिल नहीं तोड़ती
बीते लम्हों के तजुर्बो से आने वाले समय को हैं जोड़ती
चले जाते हैं जो दूर अपने हमसे
ये तस्वीर हीं उनकी यादें हमारे जहन में सदा बनाए रखती हैं
ये तस्वीर ही हमें कल से जोड़कर
भविष्य में खुश रहने का पाठ पढ़ाती हैं
श्वेता दूहन देशवाल मुरादाबाद उत्तर प्रदेश
#२०२२
#यादों का झरोखा
Gunjan Kamal
07-Dec-2022 09:10 AM
शानदार
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Rajeev kumar jha
30-Nov-2022 11:49 AM
बहुत खूब
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